

बीकानेर लोकसभा चुनाव
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार गुजराती ने किया जनसंपर्क….
कांग्रेस, भाजपा ने वाल्मीकि समाज की हितों की रक्षा में असमर्थ- आत्माराम गुजराती (वाल्मीकि)
बीकानेर, MaruSangram। बीकानेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार आत्माराम गुजराती (वाल्मीकि) ने संसदीय क्षेत्र में व्यापक जनसंपर्क शुरू कर दिया है।
वाल्मीकि समाज के मोहल्लों व ग्रामीण क्षेत्र में जन संपर्क के दौरान गुजराती का जगह-जगह अभिनंदन किया जा रहा है।
शिक्षा विभाग, बीकानेर से सहायक प्रशासनिक अधिकारी से सेवानिवृत, कृषक, गोगोलाव (नागौर) निवासी बीकानेर प्रवासी 72 वर्षीय निर्दलीय प्रत्याशी आत्माराम ने जन संपर्क व जन सभाओं के दौरान कहा कि कांग्रेस व भाजपा ने वाल्मीकि समाज के हितों की रक्षा नहीं की।
खाजूवाला, पूगल व छतरगढ़ में अनेक वाल्मीकि समाज की जमीनों को पोंग बांध विस्थापितों के लिए आरक्षित किया गया।
पोंग बांध विस्थापितों को आवंटित नहीं करने पर भी खातेदारी अधिकारी प्राप्त वाल्मीकि व अन्य समाजों को भूमि पुनः आवंटित नहीं की गई है।
अनेक कृषकों की आवंटित जमीन की उप निवेशन विभाग द्वारा सूचना नहीं देने पर फाइलें कांग्रेस व भाजपा नेताओं की शह पर भूमाफिया व दलालों के पास है।
दलाल मुंह मांगी रकम देकर भूमि आवंटन की पत्रावली दे रहे है। भाजपा व कांग्रेस सरकार को इस संबंध में अनेक बार लिखा गया लेकिन वर्षों से कोई कार्यवाही नहीं हो रही।
छतरगढ़, पूगल व खाजूवाला में तत्कालीन विधायक की सह से रिश्वत के बिना कोई कार्य ही नहीं हो रहा था। अनेक खातेदारी प्राप्त किसानों की जमीनें भी फर्जी तरीके से बेच दी गई।
जन संभा में आत्माराम गुजराती ने कहा कि वर्तमान सांसद केवल वर्ग विशेष के हितों के लिए कार्य कर रहे है।
उन्होंने वाल्मीकि समाज ही नहीं बीकानेर संसदीय क्षेत्र के लोगों के व्यापक हित के लिए कोई कार्य नहीं किया। विभिन्न मंत्रालयों के मंत्री बनने के बाद अपनी सम्पति को बढ़ाने का कार्य किया।
विश्वकर्मा गेट के बाहर मुक्ता प्रसाद वाल्मीकि बस्ती के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के विकास व जीर्णोंद्धार के लिए सांसद कोटे से राशि स्वीकृति की बात कहीं, लेकिन उस राशि का उपयोग नहीं किया गया।
बीकानेर में उद्योग, पर्यटन व बेरोजगार युवाओं के लिए कोई बड़ा कार्य नहीं किया।
गुजराती ने कहा कि देश के व्यापक हित, देश की एकता व अखंडता, साम्प्रदायिक सौहार्द व आपसी भाई चारे को बढ़ाने, ऊंच नीच की खाई को दूर करने, सर्व समाज के सर्वागींण विकास के लिए निर्दलीय रूप में चुनाव में मैदान में है।
उन्होंने बताया कि उनका घर, ससुराल व ननिहाल बीकानेर में होने के कारण तथा 31 वर्ष तक कर्तव्य, निष्ठा व ईमानदारी से सरकारी नौकरी करने के कारण व्यापक जनसमर्थन है।
उन्होंने बताया कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने वाल्मीकि समाज की राजनीति में उपेक्षा की। वाल्मीकि समाज के लोगों को पार्षद, विधायक व सांसद चुनाव में गिनती मात्र के टिकट दिए गए।
उन्होंने बताया कि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मैना देवी गोगेलाव नागौर से निर्दलीय पंचायत समिति सदस्य है।
