

बाड़मेर से खबर
रविंद्र सिंह भाटी के करीबी को थाने में पुलिस ने पीटा! अब पुलिसकर्मियों को मिली बड़ी सजा…..
बाड़मेर, @MaruSangram। बाड़मेर जिला मुख्यालय के सदर थाने में सोमवार रात को दस्तयाब किए गए एक युवक के साथ मारपीट करने के मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
युवक शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी के कार्यालय में कार्य करके घर जा रहा था। पुलिस ने बयान में प्रथम दृष्टया कहा हैै कि युवक और पुुलिसकर्मियोंं के बीच बहस हुई। इसके बाद पुुलिस अधीक्षक को मारपीट की शिकायत मिलने पर यह निलम्बन की कार्रवाई हुई है। जानकारी अनुसार उण्डखा निवासी धर्मवीरसिंह सोमवार रात को अपने गांव उण्डखा मोटरसाइकिल पर जा रहा था।
इस दौरान सदर पुुलिसकर्मियों ने उसे रोककर पूछताछ की। मोटरसाइकिल के दस्तावेज मांगे। युवक को थाने लेकर आए और मोटरसाइकिल को सीज किया। इस दौरान पुलिस की माने तो पुलिसकर्मियों और धर्मवीर के बीच में बहस हुई।
पुुलिस अधीक्षक को शिकायत:
शिव विधायक भाटी जयपुर गए हुए थे। मंगलवार की सुबह लौटकर पुलिस अधीक्षक से शिकायत की कि पुलिसकर्मियों ने रातभर युवक के साथ मारपीट की है। इससे उसको चोटें आई हैं।
युवक के साथ मारपीट द्वेषतापूर्वक की गई है। उसको अभद्र शब्द बोलते हुए पीटा गया है। शिव विधायक ने पुलिस अधीक्षक को मामले को गंभीरता से लेने की बात कहते हुए कार्यवाही नहीं होने पर धरने की चेतावनी दी।
चार पुलिसकर्मियों को किया निलंबित:
थाने में पिटाई के गंभीर आरोप लगाते हुए आइजी रैंज जोधपुर से भी शिकायत हुई। मामले की गंभीरता के बाद पुलिस हरकत में आ गई।
बताया जाता है कि थानाधिकारी सदर को भी रात की हुई घटना की जानकारी नहीं होने का हवाला दिया गया। दोपहर बाद एसपी ने सदर थाने के हैड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल विरेंद्र कुमार, चंद्रशेखर व अचलाराम को निलंबित करने का आदेश किया, लेकिन इस आदेश को भी गोपनीय रखा।
पुलिस ने मामले को छुपाने का किया जतन:
रात में हुई इस घटना और सुुबह शिकायत बाद पुलिस ने इस मामले को दबाकर रखने का पूरा जतन किया।
पुलिस अधीक्षक सहित पूरी टीम ने इस मामले में कहीं भी मीडिया या अन्यत्र खबर नहीं लगे, इसकी पूरी कोशिश की।
इस घटना ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए है। दो दिन पहले ही जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने लोकसभा चुनावों के बाद बढ़ रहे विवादों को शांत करने के लिए सभी को बुलाकर कहा कि समझाइश करें। स्थिति नियंत्रित रहे, इसके लिए सभी को अपील करने की बात कही, लेकिन उधर खुद पुलिस की भूमिका ही संदेह के घेरे में आ गई।
पुलिस अधीक्षक बयान से दूर
पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र मीणा लोकसभा चुनावों के विवादास्पद मामलों में बयान से दूर रहे है।
उन्होंने दूधिया में फर्जी मतदान के मामले में खुद को दूर रखा। दूसरे दिन युवक के साथ थाने में हुई मारपीट की शिकायत में भी सीइओ सिटी को जिम्मेदारी दे दी।
उण्डखा निवासी धर्मवीरसिंह की मोटरसाइकिल को 6 मई की रात को सीज किया गया था। थाने में पुलिसकर्मियों के साथ बहस हुई। इसके बाद में पुलिस अधीक्षक को युवक के साथ थाने में मारपीट करने की शिकायत मिली। प्रथम दृष्टया चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। जांच के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
रमेश कुमार शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर
