June 10, 2025 1:07 am

सीएमएचओ डॉ. अबरार पहुंचे गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र, मच्छरों की फेक्ट्रियां करवाई बंद….

Sarjit Singh

Sarjit Singh

pm modi

मिशन अगेंस्ट डेंगू-चिकनगुनिया

सीएमएचओ डॉ. अबरार पहुंचे गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र, मच्छरों की फेक्ट्रियां करवाई बंद….

किया जन जागरण

बीकानेर, @MaruSangramNews। मिशन अगेंस्ट डेंगू-चिकनगुनिया के तहत सीएमएचओ डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार के नेतृत्व में स्वास्थ्य दल द्वारा गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र तक एंटी लार्वा गतिविधियाँ करते हुए बड़ी तादाद में पनप रहे मच्छरों के लार्वा नष्ट कर जन जागरण किया गया।

मौके पर उपस्थित आम जन से अपने घर व आस-पास मच्छरों की रोकथाम की अपील की तथा शहर में इस मिशन को गति देने हेतु कार्मिकों से विमर्श किया।

स्वास्थ्य विभाग के दल में शामिल डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता, यूपीएचसी नंबर 2 प्रभारी डॉ सैनी, सहायक मलेरिया अधिकारी अशोक व्यास, नर्सिंग अधिकारी अजय भाटी, भुजिया बाजार डिस्पेंसरी के स्टॉफ तथा नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा सघन एंटी लार्वा गतिविधियाँ करते हुए मच्छरों की फेक्ट्रीयों को बंद करवाया गया।

डॉ. अबरार ने आम जन को हिदायत दी कि वे किसी सरकारी कर्मचारी द्वारा मच्छर मारने का इंतजार करने की बजाय इस आसान से कार्य को नियमित रूप से स्वयं करें। पशुओं की पानी की कुण्डियों में खाद्य तेल डाला गया और हर सप्ताह इसे दोहराने का संकल्प दिलाया गया।

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
गोपेश्वर बस्ती क्षेत्र से चिकनगुनिया के दो केस सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया। इसी सप्ताह आए एक और चिकनगुनिया केस के साथ इस वर्ष चिकनगुनिया के कुल 4 केस सामने आ चुके हैं।

डॉ. अबरार ने पूरे विभाग को मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दे दिए।

डॉ. गुप्ता ने प्रत्येक डेंगू- चिकनगुनिया केस के इर्द-गिर्द 50 घरों में सघन एंटी लारवा गतिविधियां कर मच्छरों के प्रसार को रोकने के निर्देश दिए।

“गत वर्षों में देश भर में डेंगू का प्रकोप रहा है। इसके मद्देनजर हमे अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी और मच्छरों को पनपने से रोकना होगा। विभाग अपना पूरा जोर लगा रहा है, आमजन को भी जुडना होगा।” — डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार

एंटी लार्वल एक्टिविटी पर जोर
डॉ. लोकेश गुप्ता ने आमजन को बताया कि मच्छरों की रोकथाम का सबसे प्रभावी तरीका होता है एंटीलार्वल एक्टिीविटी, जिसके तहत् मच्छरों को पनपने से ही रोक दिया जाता है।

इस क्रम में गंदे पानी के इकट्ठा होने पर एमएलओ/काला तेल/पाइरेथ्रम छिड़काव, साफ पानी के तालाबों पर बीटीआई, पेयजल में टेमीफोस, खाद्य तेल, घरों में पाइरेथ्रम स्प्रे तथा जल स्त्रोंतो में मच्छर का लार्वा खाने वाली गम्बूशिया मछली डलवाने का कार्य जोरों पर है।

आम जन को इस मुहीम से जुड़ते हुए एंटी लार्वा गतिविधियों को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना होगा।

पक्षियों के लिए रखे जाने वाले परिंडों को सप्ताह में एक बार खाली कर उन्हें बर्तन साफ करने वाले झामे से रगड़ कर, साफ कर व सुखाकर मच्छर के अण्डे एवं लार्वा नष्ट कर पुनः भरा जाये।

कूलर, फ्रीज के पीछे की ट्रे, गमले, फूलदान इत्यादि हेतु भी यही प्रक्रिया अपनानी जानी चाहिए। इसके साथ ही छत पर रखे टूटे-फूटे सामान, कबाड़-टायर इत्यादि को हटाकर पानी इक्कठा होने से रोका जाये।

पानी की टंकी एवं अन्य बर्तनों को ढंक कर रखा जाये जिससे मच्छर उनमें प्रवेश कर प्रजनन न कर सकें।

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