

‘काम री बातां चौपाल पर’ ट्विटर स्पेस के माध्यम से जन-कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार राजीव गाँधी युवा मित्र इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत चल रहा कार्यक्रम.….
जयपुर, @Marusangram। राज्य सरकार की ओर से संचालित की जा रही जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुँचाने के लिए आथ्रिक एवं सांख्यिकी विभाग की ओर से राजीव गाँधी युवा मित्र कार्यक्रम के तहत ट्विटर स्पेस पर ‘काम री बातां चौपाल पर’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस नवाचार द्वारा आमजन तक जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी एवं लाभार्थियों के अनुभव लाईव चर्चा के द्वारा साझा किए जा रहे हैं।
राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों द्वारा योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। साथ ही, चर्चा में भाग ले रहे युवाओं एवं आमजन के योजनाओं से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने के साथ उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान भी किया जा रहा है। सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन आयोजित होने वाले इन लाइव सत्रों में विभिन्न विभागीय योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने के साथ ही आमजन भी अपनी समस्याएं एवं अनुभव के आधार पर सुझाव सीधे अधिकारियों को साझा कर रहेे हैं।
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के निदेशक एवं पदेन संयुक्त सचिव श्री ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि ट्विटर स्पेस पर ‘काम री बातां चौपाल पर’ लाइव चर्चा के दौरान राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, तारबंदी योजना, इंदिरा गाँधी मातृत्व पोषण योजना, इंदिरा रसोई योजना, इंदिरा गाँधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना, मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना सहित अन्य लाभकारी योजनाओं पर चर्चा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोग इस चर्चा में भाग ले सकें, इसके लिए राजीव गाँधी युवा मित्र अपने स्तर पर आमजन को इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वर्तमान समय में तकनीक के इस दौर में आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की ओर से संचालित यह नवाचार आमजन को सरकारी प्रकिया एवं योजनाओं के संबंध में जागरूक करने की दिशा में उपयोगी सिद्ध हो रहा है।
उन्होंने बताया कि राजीव गाँधी युवा मित्र के ट्विटर चैनल @RG_Yuva_Mitra को फॉलो करने के बाद इस कार्यक्रम से जुड़कर लाइव चर्चा का हिस्सा बना जा सकता है।
