

आवेदन करने वाले प्रत्येक जनजाति छात्रों को दी जाती है कोचिंग की सुविधा
आवेदन करने वाले प्रत्येक जनजाति छात्रों को दी जाती है कोचिंग की सुविधा – जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री
जयपुर, @Marusangram। जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि जनजाति उपयोजना क्षेत्र के मेधावी छात्रों के लिए कोचिंग की व्यवस्था के तहत जितने भी छात्र आवेदन करते हैं, उन सभी को कोचिंग की सुविधा दी जाती है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जनजाति उपयोजना क्षेत्र के इच्छुक छात्रों को ज्यादा से ज्यादा इस सुविधा का लाभ मिले इसके लिए समुचित प्रचार-प्रसार कर छात्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
श्री बामनिया ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्य द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनजाति के मेधावी छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। इसके अतिरिक्त 200 छात्रों के लिए अलग से नीट की कोचिंग की व्यवस्था भी की गई है।
इस संबंध में हस्तक्षेप करते हुए विधानसभा में डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि विभाग द्वारा जनजाति क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा छात्रों को लाभान्वित करने के लिए जरूरी है कि स्कूलों में इस योजना का प्रचार- प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि कोचिंग के माध्यम से अच्छी जगह पर सिलेक्ट हुए छात्रों को स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को प्रेरणा देने के लिए भेजा जाना चाहिये।
इससे पहले जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्य मंत्री ने विधायक श्री बाबू लाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ टीआरआई संस्थान के माध्यम से जनजाति के मेधावी बच्चों को कोचिंग करायी जाती है। उन्होंने विगत चार वर्ष से 2019-20 से 2022-23 तक संस्थान के माध्यम से जनजाति विद्यार्थियों को निःशुल्क करायी गई कोचिंग का विवरण सदन के पटल पर रखा।
